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एमपी पुलिस जबलपुर द्वारा निरंतर किये जा रहे मानवता के कार्य।

⧪पुलिस की नकारात्मक छवि की बातें तो सभी करते है पर यहाँ कोरोना के दौर में पुलिस का सकारात्मक चेहरा भी सभी ने देखा है।

वैसे पुलिस का काम होता है समाज से अपराध को कम करना / ख़त्म करना , सही अपराधी को सजा दिलवाना एवं प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाये रखना।

वह अपने दायरे में ही रहकर काम करती है और सामान्य दिनों में भ्र्ष्टाचार्य में लिप्त दिखाई देती है इसलिए पुलिस की छवि जनता की नज़रो में ज़्यादा अच्छी नहीं है।

वैसे सही मायने में पुलिस को बहुत दबाब में कार्य करना पड़ता है पर अब जब सब जगह लोगो में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है और मानवता के दुश्मन भी कालाबाज़ारी में बाज़ नहीं आ रहे है, लोगो की जान के साथ खेल रहे है , सामान्य लोग भी दुसरो की मदद के लिए सामने कम ही आ रहे है जिससे आज अस्पतालों में रक्त की कमी निरंतर बनी हुयी है। करोना से ठीक हुए लोग भी अब प्लाज़्मा देने में आगे नहीं आ रहे है , एक और ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे है शासन की व्यबस्था से लोग हलाकान है वही पुलिस की भूमिका इस मामले में बहुत ही सराहनीये है चाहे रक्त / प्लाज़्मा की बात हो या इमरजेंसी ऑक्सीजन व्यवस्था की बात हो।

इस समय हर जगह लोकडाउन है ओर यदि आप कोई जरुरी काम से घर से बाहर जाना पड़े तो आप जब उन्हें अपनी मजबूरी बताते है तो वहाँ उपस्थित अफसर आपकी मज़बूरी समझते है ओर आपको जाने देते है ये उनकी अंतरात्मा है ओर आज इसी स्वाभाव से अपनी ड्यूटी निभा रहे है।

वैसे अनेको अवसर ऐसे है जब पुलिस ने मानवता की मिशाल पेश की है यहाँ हम जबलपुर पुलिस की बात कर रहे है जोकि इस समय प्लाज़्मा डोनेट कर अपने कर्तव्यों के वहन के साथ साथ अपनी मानवता की मिशाल भी पेश कर रही है।

⇨थाना माढोताल में पदस्थ आरक्षक दिलीप कुसरे ने डा.प्रोफेसर संतोष कुमार श्रीवास्तव उम्र 64 वर्ष जो शासकीय इंजीनियरिंग कालेज जबलपुर में एम्प्लाईड कैमसिट्री विभाग के एच.ओ.डी. हैं, पिछले 8 दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण सुखसागर अस्पताल में भर्ती हैं उन्हें अपना प्लाज़्मा दिया। 

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थाना माढोताल में पदस्थ आरक्षक दिलीप कुसरे

थाना मदनमहल में पदस्थ उप निरीक्षक रजनीश मिश्रा द्वारा अनंत अस्पताल मे भर्ती रहली जिला सागर निवासी 32 वर्षिय पुरूष को अपना प्लाज़्मा दिया।

 

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थाना मदनमहल में पदस्थ उप निरीक्षक रजनीश मिश्रा

थाना संजीवनीनगर में पदस्थ आरक्षक नीरज डोंगरे द्वारा मार्बल सिटी अस्पताल मे उपचारार्थ भर्ती 50 वर्षिय महिला को बी पाॅजिटिव अपना प्लाज़्मा दिया।

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थाना संजीवनीनगर में पदस्थ आरक्षक नीरज डोंगरे

इनसभी की हालत गम्भीर थी जिसे देखते हुये प्लाज्मा थेरेपी की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी गयी, संक्रमितों  को प्लाज्मा की आवश्यकता थी जिससे परिजन प्लाज्मा की तलाश में परेशान थे। 

थाना संजीवनीनगर में पदस्थ महिला आरक्षक वर्षा पटेल द्वारा लाईव मेडिसिटी अस्पताल भर्ती कटनी निवासी 40 वर्षिय पुरूष को अपना ओ पाॅजिटिव प्लाज़्मा दिया गया।

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थाना संजीवनीनगर में पदस्थ महिला आरक्षक वर्षा पटेल

इससे पहले भी महिला आरक्षक वर्षा पटेल द्वारा पहले भी कई बार मानवता की मिशाल पेश की है और जब भी पुलिस डिपार्टमेंट में कोई जरुरत होती है तो सदैव अपने कर्त्तव्य वहन के लिए तत्पर रहती है।

थाना ओमती में पदस्थ एक और आरक्षक अतुल राज वैद्य ने गाडरवाड़ा जिला नरसिंहपुर की कोरेाना संक्रमित महिला जो कि सुख सागर अस्पताल में भर्ती थी जिनकी हालत गम्भीर थी जिसे देखते हुये प्लाज्मा थेरेपी की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी गयी जिसके उंपरान्त इन्होने अपना प्लाजा देकर मानवता की मिशाल पेश की है।

 

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थाना ओमती में पदस्थ आरक्षक अतुल राज वैद्य 

⇰पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा भी इनसभी का मनोबल बढ़ाते हुए पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है।

 

एक ओर प्लाजा और रक्तदान करने का क्रम इसी तरह पुलिस कर्मियों द्वारा निरंतर जारी है वही जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में जब ऑक्सीजन की कमी से 5 लोगो की आकस्मिक मृत्यु हो गयी थी जब रात में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर  की आपूर्ति की गयी जिससे और कोई कैजुअल्टी नहीं हो पायी।

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ऑक्सीजन सिलेंडर की आपातकालीन आपूर्ति  करते पुलिसकर्मी 

वही पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा भी इनसभी का मनोबल बढ़ाते हुए पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है।

इस मुश्किल व्यक्त में जब पुलिस द्वारा ऐसे कार्य किये जाते है तो पुलिस की छवि तो जनता के बीच अच्छी होती ही है और जनता का विश्वास भी पुलिस के प्रति बढ़ता है और अपने आपको सुरक्षित महसूस करता है।

और जब विभाग के उच्च अधिकारी द्वारा अपने कृमियो को पुरस्कृत कर मनोबल बढाती है जब कर्मी भी अच्छा और उच्च कार्य करने के लिए प्रेरित होता है।

आइये हमसब मिलकर इस मुश्किल घडी में एक दूसरे का साथ दे और अपने मानव होने के चरितार्थ को सार्थक करें क्योकि ये घडी ऐसी है जब हम ही न होंगे तो ये पैसा और धन / दौलत का क्या करेंगे !!

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