👉रामानंद सागर द्वारा निर्मित सुप्रसिद्ध सीरियल 'रामायण ' और 'लव कुश ' के बाद 'श्री कृष्णा' देश में बहुत चर्चित और प्रख्यात धारावाहिको में है।
✅जाने रामानंद
सागर कृत सुप्रसिद्ध सीरियल 'रामायण' के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक धारावाहिक 'श्री
कृष्णा' को अपने देश में ही प्रसारित होने में किन किन
क़ानूनी प्रपंचो का सामना करना पड़ा जिसके चलते
'श्री कृष्णा' का प्रीमियर अपने
देश में न होकर मॉरीशस में हुआ फिर बाद में बहुत दिक्कतों का सामना करने के बाद दूरदर्शन
में प्रसारित हुआ।
🔰💯रामानंद सागर के
बेटे प्रेम सागर द्वारा बताया गया ;-
पहली बार जब
धारावाहिक 'श्री कृष्ण' दूरदर्शन
पर आया था, तब इसके लिए बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा
था। 'रामायण' के बाद साफ निर्देश जारी
हो गए थे कि इस तरह का कोई धारावाहिक दूरदर्शन पर न लाया जाए। क्योकि जब 'रामायण' प्रसारित होता था तब देश में ट्रैफिक जाम
जैसी स्तिथि निर्मित हो जाती थी जो जहां है वही थम जाता था सब बस 'रामायण' धारावाहिक के दीवाने थे, अपना काम काज सब छोड़कर , चप्पल जूते उतारकर हाथजोड़कर
भक्तिभाव में निर्मित भाव से 'रामायण' को
देखा करते थे।
'रामायण'
के बाद ऐसी जागृति आई कि एलके आडवाणी के रथयात्रा निकालने से लेकर
पूरा मूवमेंट स्टार्ट हो गया था। फिर तो पौराणिक शो स्ट्रिक्टली बैन हो गए। उस समय
पापा जी और मैं बहुत परेशान थे कि अब करें तो क्या करें?
फिर उपाय निकाला
और मार्केट में इसका वीडियो कैसेट लाया गया क्योंकि इसके लिए कोई रोक नहीं थी।
मार्केट में यह वीडियो कैसेट खूब बिका। उसके बाद हमने वीडियो रथ निकाला। सबसे पहले
हमने उज्जैन महाकाल में वीडियो रथ लॉन्च किया। इसमें हम रथ पर प्रोजेक्टर वगैरह रख
कर लोगों से कहते थे कि बड़े पर्दे पर आकर ' श्री
कृष्ण' मुफ्त में देखिए। विज्ञापन डालते थे जिससे खर्च निकल
आता था।
अब जब इंडिया में
ये रिलीज नहीं हो रहा था तो हमने मॉरीशस में इसका वर्ल्ड प्रीमियर किया। वहां
राधाकृष्णा का भव्य स्वागत हुआ। मॉरीशस की सड़कों पर जब राधा-कृष्ण चले तो,
वहां के लोग अपनी बालकनी से फूलों की बारिश की। इधर इस बात को लेकर
इंडिया की पार्लियामेंट में हंगामा हो गया। राज्यसभा में सवाल पूछा गया कि 'श्री
कृष्ण' का प्रसारण इंडिया में क्यों नहीं किया जा रहा है?
उसी वक्त चेन्नई
की चर्चित एडवरटाइजिंग एजेंसी के आरके स्वामी ने दूरदर्शन के कुछ स्लॉट खरीदे।
स्वामी जब मुझसे मिलने आए तब मैंने एक प्लान बनाकर उन्हें दे दिया लेकिन स्वामी से
दूरदर्शन वालों ने पूछा ही नहीं कि वे कौन सा शो लेकर आ रहे हैं। इसी दौरान मैंने 'श्री कृष्ण' को सेंसर बोर्ड से पास करवा लिया
क्योंकि मैं इसे बैन करने का कोई मौका नहीं देना चाहता था। धारावाहिक रविवार को
लॉन्च होना था। गुरुवार को दूरदर्शन ने स्वामी से अखबार में छापने के लिए नाम पूछा
तो हंगामा मच गया। दूरदर्शन ने कहा आप सीरियल 'श्री कृष्ण'
नहीं ला सकते तो स्वामी ने पूछा कि क्यों नहीं ला सकता? मैंने पूरा प्रोसेस फॉलो किया है? लीगल प्रोसेस पूरी
होने के चलते डीडी ? पर 'श्री कृष्ण'
लॉन्च हुआ।
☑डीडी 2 पर आने के बाद भी इस धारावाहिक को डीडी 1
पर नहीं लाया जा रहा था। बहुत हंगामा हुआ, तमाम
चिट्ठियां लिखी गई। हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक केस फाइल हुए। तमाम
जद्दोजहद के बाद यह धारावाहिक डीडी 1 पर भी प्रसारित किया गया। कुल मिलाकर
धारावाहिक 'श्री कृष्ण' का सबसे पहले
वीडियो कैसेट आया, फिर वीडियो रथ, फिर
डीडी 2 और अंत में इसे डीड़ी 1 पर प्रसारित किया गया।'
तो अब आप लोग समझ
ही गए होंगे की इस देश में पॉलिटिक्स चरम सीमा पर है जो की 'श्री कृष्ण' जैसे धारावाहिक को अपने देश में
प्रसारित ही नहीं होने देना चाहती थी। आप लोग स्वं निर्णय कीजिये यदि 'श्री कृष्ण', 'रामायण' जैसे
धार्मिक देश की संस्कृति से जुड़े अपने देश वाले नहीं देख पाएंगे तो कही देश के
बाहर प्रसारित करना मजबूरी बन जाती है और देशवासियो की बदनसीबी।
आपको हमारी आज की
ये पोस्ट कैसे लगी कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें धन्यबाद।।💗
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