कोरोना वायरस के
प्रसार को रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर अर्थव्यवस्था में भारी
मंदी की आंशका जताई जा रही है। Link इस दौर में है निवेशकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती
यही है कि वह अपने निवेश को सुरक्षित कैसे रखें और निवेश कहां करें। एक आम निवेशक के
लिए सामान्य टिप्स:
गोल्ड ;
गोल्ड ;
इस समय निवेश का
बेहतरविकल्प गोल्ड है। अपने कुल निवेश का कम
से कम 10 से 20 फीसदी सोने में निवेश करें। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) सबसे अच्छा
विकल्प है, सरकार ने अप्रैल से सितम्बर तक 6 बार सॉवरेन बॉन्ड जारी करने का फैसला लिया है। ये बॉन्ड सितम्बर तक 6 किस्तों में जारी किये जायेंगे। ये बैंको और बड़े डाक घरों से बेचे जा सकेंगे। रिज़र्व बैंक ने अप्रैल माह में बेचे जाने वाले गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4639 रुपए प्रति ग्राम तय की है। स्कीम में कम से कम 1 ग्राम सोना इन्वेस्ट किया जा सकता है। एक व्यक्ति के लिए सोना निवेश करने की अधिकतम सीमा 4 किलो है। लेकिन आप चाहें तो इसे सेकेंडरी मार्केट (स्टॉक एक्सचेंज) में खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं। फिजिकल फॉर्म (आभूषण इत्यादि) में गोल्ड खरीदना निवेश के नजरिए से बेहतर विकल्प नहीं है।
छोटी बचत योजनाएं ;
से कम 10 से 20 फीसदी सोने में निवेश करें। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) सबसे अच्छा
विकल्प है, सरकार ने अप्रैल से सितम्बर तक 6 बार सॉवरेन बॉन्ड जारी करने का फैसला लिया है। ये बॉन्ड सितम्बर तक 6 किस्तों में जारी किये जायेंगे। ये बैंको और बड़े डाक घरों से बेचे जा सकेंगे। रिज़र्व बैंक ने अप्रैल माह में बेचे जाने वाले गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4639 रुपए प्रति ग्राम तय की है। स्कीम में कम से कम 1 ग्राम सोना इन्वेस्ट किया जा सकता है। एक व्यक्ति के लिए सोना निवेश करने की अधिकतम सीमा 4 किलो है। लेकिन आप चाहें तो इसे सेकेंडरी मार्केट (स्टॉक एक्सचेंज) में खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं। फिजिकल फॉर्म (आभूषण इत्यादि) में गोल्ड खरीदना निवेश के नजरिए से बेहतर विकल्प नहीं है।
छोटी बचत योजनाएं ;
2020-21 की
पहली तिमाही के लिए ब्याज में भारी कटौती के बावजूद मौजूदा हालात में
छोटी बचत योजनाएं उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हैं, जो बिल्कुल भी जोखिम
उठाना नहीं चाहते। छोटी बचत योजनाओं में पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर
सिटीजन सेविंग स्कीम और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट VIII इश्यू (एनएससी) प्रमुख हैं और साथ ही टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है।
आरबीआई सेविंग बॉन्ड :
आरबीआई सेविंग बॉन्ड भी इस समय निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं। सरकार द्वारा जारी
होने के कारण ये बेहद सुरक्षित हैं। साथ ही इन पर फिक्स्ड 7.75 फीसदी ब्याज भी मिलता है, जो अधिकांश बैंक की एफडी रिटर्न से अधिक है। बॉन्ड का लॉक-इन पीरियड (मैच्योरिटी) - इसके जारी होने की तारीख से सात साल है।
160 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को 5 प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की भी सुविधा है।
भारत बॉन्ड ईटीएफ;
छोटी बचत योजनाएं उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हैं, जो बिल्कुल भी जोखिम
उठाना नहीं चाहते। छोटी बचत योजनाओं में पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर
सिटीजन सेविंग स्कीम और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट VIII इश्यू (एनएससी) प्रमुख हैं और साथ ही टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है।
आरबीआई सेविंग बॉन्ड :
आरबीआई सेविंग बॉन्ड भी इस समय निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं। सरकार द्वारा जारी
होने के कारण ये बेहद सुरक्षित हैं। साथ ही इन पर फिक्स्ड 7.75 फीसदी ब्याज भी मिलता है, जो अधिकांश बैंक की एफडी रिटर्न से अधिक है। बॉन्ड का लॉक-इन पीरियड (मैच्योरिटी) - इसके जारी होने की तारीख से सात साल है।
160 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को 5 प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की भी सुविधा है।
भारत बॉन्ड ईटीएफ;
फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश को तरजीह देने वाले
न निवेशक, सरकार की नई स्कीम भारत बॉन्ड ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में अंडरलाइंग एसेट के तौर पर सिर्फ AAA क्रेडिट रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के बॉन्ड को ही शामिल किया जा सकता है।
यह विश्वसनीयता की सबसे ऊंची रेटिंग होती है। इसलिए इस स्कीम में डिफॉल्ट का जोखिम नहीं के बराबर है।
शेयर बाजार/सिप;
न निवेशक, सरकार की नई स्कीम भारत बॉन्ड ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में अंडरलाइंग एसेट के तौर पर सिर्फ AAA क्रेडिट रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के बॉन्ड को ही शामिल किया जा सकता है।
यह विश्वसनीयता की सबसे ऊंची रेटिंग होती है। इसलिए इस स्कीम में डिफॉल्ट का जोखिम नहीं के बराबर है।
शेयर बाजार/सिप;
कोरोनावायरस की वजह से
घरेल व वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारी मंदी की आंशका की वजह से इक्विटी में निवेश
को लेकर सावधान रहें। अगर पहले
से सिप (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए निवेश कर रहे हैं तो उसे जारी रखना
चाहिए। इस समय चुनिंदा लार्ज कैप फंड व एग्रेसिव हाइब्रिड फंड में ही निवेश करना
बेहतर होगा, वह भी सिप के जरिए। लार्ज कैप इक्विटी फंड में निवेश कम जोखिम भरा
है। निवेश अवधि लंबी मसलन कम से कम 7-10 साल के लिए होनी चाहिए।
से सिप (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए निवेश कर रहे हैं तो उसे जारी रखना
चाहिए। इस समय चुनिंदा लार्ज कैप फंड व एग्रेसिव हाइब्रिड फंड में ही निवेश करना
बेहतर होगा, वह भी सिप के जरिए। लार्ज कैप इक्विटी फंड में निवेश कम जोखिम भरा
है। निवेश अवधि लंबी मसलन कम से कम 7-10 साल के लिए होनी चाहिए।
FAQs:
प्रश्न :
ऑनलाइन एक्सिस बैंक सिप कैसे क्लोज करें।
उत्तर :
एसआईपी सिप को रोकने या रद्द करने के लिए, निवेशक
एएमसी को लिखित निर्देश निवेदन भेज सकता है कि वह एसआईपी स्थायी अनुदेश को रोक
सके। म्यूचुअल फंड में एसआईपी रद्द करने के स्टैण्डर्ड फॉर्म भी हैं। एक और विकल्प एसआईपी राशि के लिए ऑटो
डेबिट कार्ड में पंजीकृत बैंक खाते को बंद करना है या उस कहते में राशि ना
डालें। यदि खाते में लगातार चार से पांच महीने के लिए अपेक्षित
एसआईपी राशि ना हो , तो
एएमसी निवेशकों को खाते को निधि देने के लिए अनुस्मारक रिमाइंडर देने के
बाद एसआईपी को रोक देगा।
प्रश्न :
मैं अपने बचत खाते में सभी म्यूचुअल फंड फंड बैलेंस कैसे ट्रांसफर कर सकता हूं?
उत्तर:
लगभग हर निवेशक सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIP) से अवगत है। लेकिन सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान या एसटीपी के बारे में क्या? SIP बचत बैंक खाते से म्युचुअल
फंड प्लान में पैसों का ट्रांसफर है, एसटीपी का अर्थ है एक
म्यूचुअल फंड योजना से दूसरे में पैसा ट्रांसफर करना।
एसटीपी जोखिमों
को कम करने और रिटर्न को संतुलित करने के लिए एक विशिष्ट अवधि में अपने निवेश को
कम करने के लिए एक स्मार्ट रणनीति है। उदाहरण के लिए,
यदि आप इक्विटी में
व्यवस्थित रूप से निवेश करते हैं, तो आप बाजार के
अस्थिर होने पर भी जोखिम-मुक्त लाभ कमा सकते हैं। यहां, एक
एएमसी आपको एक फंड में एकमुश्त निवेश करने की अनुमति देता है, और एक निश्चित राशि को दूसरी स्कीम में नियमित रूप से ट्रांसफर करता है।
प्रश्न :
SIP
नॉमिनी व्यक्ति में माइनर
और मेजर का क्या अर्थ है?
उत्तर:
जब नॉमिनी 18 वर्ष के छोटा होता है तब उसे माइनर
नाबालिग कहते है और जब 18 वर्ष से बड़ा हो तो उसे मेजर
बालिक नॉमिनी से नॉमिनेट किया जाता है।
सेबी ने एएमसी को
यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है कि जब नाबालिग जिसके नाम पर निवेश
किया गया था, 18 वर्ष का हो गया है, तो उसे सभी केवाईसी विवरण प्रदान करने की आवश्यकता होगी। दस्तावेजों पर
नाबालिग की स्थिति को प्रमुख में बदलने तक किसी भी तरह के लेनदेन की अनुमति नहीं
दी जाएगी।
प्रश्न : भारत
में पहला SIP कौन सा था?
उत्तर:
सिप सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ,भारत में
यह पहले रिकरिंग इन्वेस्टमेंट प्लान के
माध्यम से आय जिसमे आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में रिकरिंग डिपोसिट अकाउंट खुलवाकर ECS इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सिस्टम से सिप लिमिट सेट कर सकते है।
प्रश्न : कम
वेतन वाले कर्मचारियों के लिए निवेश योजना ।
उत्तर:
SIP Plans
|
Type
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3 Year
|
L&T low Duration Fund
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Debt Fund
|
6.12%
|
Nippon India Low Duration Fund
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Debt Fund
|
7.50%
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Aditya Birla Sun Life
Savings Fund
|
Debt Fund
|
7.53%
|
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