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इनोवेशन चेलेंज - मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी। प्राइज मनी - 1 करोड़।


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इनोवेशन चेलेंज - मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी। प्राइज मनी - 1 करोड़।

कंप्यूटर साइंस स्टूडेंट और जिनके पास डिग्री डिप्लोमा भी नहीं है पर अच्छी प्रोग्रामिंग ,वेब,एप डिजायनिंग आती है तो अपने करियर को शिखर में पहुंचने का मौका भारत सरकार आपको दे रहे है। इनोवेशन चेलेंज - स्वदेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप । विनर प्राइज मनी - 1 करोड़ साथ ही 4 साल का अनुबंध राज्य और केंद्र सरकार के साथ। आगामी ३ साल के लिए 10 लाख प्रतिवर्ष ऑपरेशन & मेन्टेन्स के लिए इसके अलावा।

भारत अब अपने ऊपर निर्भर होना चाहता है मेक इन इंडिया , डिजिटल इंडिया के तहत नए नए स्वदेशी टेक्नोलॉजी विकसित करना चाहता है जिससे दूसरे देश पर निर्भरता काम रहे और अपने देश का डाटा सुरक्षित रहे।

जैसा सब जानते है इस समय वर्क फ्रॉम होम कल्चर अपने चरम पर है जिसे अब बहुत सी प्राइवेट आर्गेनाइजेशन अपने वर्क फ्रेम में शामिल करना चाहती है ज्यादा जानने के लिए दिए हुए लिंक पर क्लिक करे.https://www.newscurrent.org/2020/04/would-company-adopt-work-from-home.html

सरकार वैसे भी डिजिटल इंडिया को पहले से प्रोमोट करते आ रही है बहुत से सरकारी ऑफिस भी डिजिटल इंडिया पर कार्य कर रहे है। और बहुत से राज्यों ने भी इसे अपना चूका है , मध्यप्रदेश ने भी अपना पूरा सरकारी काम काज डिजिटल प्लेटफार्म से करने की तैयारी कर ली है।

चूँकि वर्क फ्रॉम होम सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टरों को बहुत ही आकर्षित कर  रहा है।
और बहुत से एप है जो इसको मजबूती देते है जैसे मीटिंग (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ) करने के लिए ज़ूम एप बहुत ही पॉपुलर एप है जो फ्री सुविधा के साथ उपलब्ध है।
और आपको पता ही होगा ज़ूम एप चीन का है जिसका बहुत ही कड़ा विरोध हो रहा है , कहा जा रहा है की इसमें सरकारी और प्राइवेट दोनों अजेंसियो का डाटा सुरक्षित नहीं है। ज़ूम एप सोशल मीडिया में इसी वजह से बहुत ही ट्रेंड हो रहा है यह एप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ बहुत सी सुविधा देता है।

अब भारत सरकार से इसे ना इस्तेमाल करने का मन बना लिया है इसलिए मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक & इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी(GoI ) ने 17 अप्रैल 2020 को इनोवेशन चेलेंज लॉन्च किया है इसके लिए टोटल 2.4 करोड़ की फंडिंग कर रहा है और इसके अंतर्गत विजेता टीम / स्टार्टअप कम्पनी को 1 करोड़ की विनिंग प्राइस मनी देगा साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें 4 वर्ष तक का अनुबंध भी करेगी।

इसमें आपको अच्छी ऑडियो वीडियो गुडवत्ता वाला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप बनाना होगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप की विभिन्न्न विशेषताएं होने चाहिए जोकि सिमित नहीं है ;

  •   कम में भी अच्छा वीडियो ऑडियो रेसोलुशन में काम करना चाहिए।
  •  बिजली की काम खपत होना चाहिए।
  •  पुँर्ण स्वदेशी टेक्नोलॉजी उपकरण पर आधारित होना चाहिए।
  •  किसी भी डिवाइस पर काम करना चाहिए।
  • चैट ऑप्शन वीडियो कोंफ्रेनिंग के दौरान उपलब्ध भी उपलब्ध होना चाहिए।
  •  वीडियो कॉन्फ्रेंस ज्वाइन करने के लिए साइन-इन और गैर-साइन-इन विकल्प होना चाहिए।
  •  एप और ब्राउज दोनों इंटरफ़ेस में काम करना चाहिए।
  •  कम्युनिकेशन एन्क्रिप्टेड नेटवर्क संचार होना चाहिए।
  •  वीडियो आडिओ रिकॉर्डिंग होना चाहिए।
  •  स्क्रीन शेयरिंग होना चाहिए।
  • चैट (बहुभाषी) के दौरान ऑडियो को कैप्शन बंद करने की अनुमति देनी चाहिए।
  •  कई समवर्ती सम्मेलनों की मेजबानी करने की क्षमता होनी चाहिए।


चूँकि मार्केट में पहले से ही ऐसे एप उपलब्ध है आप एप लर्निंग कोर्स सीखकर भी इसे बना सकते है , गूगल क्लाउड प्लेटफार्म, एड्स और भी ये सुविधा दे रहे है।

यह तीन (3) चरणों में होगा:

1.  ideation  (स्टेज -1 ): प्रत्येक टीमों को अपने अनुभव के आधार पर इनोवेटिव आईडिया देने होंगे और उनके समाधान के विचार। इस चरण से शीर्ष 10 टीमों का चयन किया जाएगा। से प्रत्येक टीम को प्रोटोटाइप बनाने के लिए INR 5 लाख की फंडिंग मिलेगी।

2.  प्रोटोटाइप (स्टेज -2): स्टेज 1 से प्रविष्टियों  के चुने हुए प्रतियोगी समाधान का प्रोटोटाइप पेश करने का मौका मिलेगा।जिसके आधार पर अंतिम चरण के लिए शीर्ष 3 टीमों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। प्रत्येक टीम समाधान के निर्माण के लिए INR 20 लाख की धनराशि मिलेगी।

3.  समाधान निर्माण सलूशन बिल्डिंग (अंतिम चरण): विजेता को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के माननीय मंत्री से INR 1 करोड़ की निश्चित राशि मिलेगी  प्रमाण पत्र के साथ  तथा भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा उपयोग में होने वाले रखरखाव / संचालन के लिए  प्रति वर्ष @ रु 10 लाख का समर्थन, आगामी ३ वर्षो के लिए और 4 साल के लिए केंद्र और राज्य सरकारों से अनुबंध।

पार्टिसिपेट और रजिस्ट्रशन कैसे करे ;

यह कार्यक्रम 13 तारीख, 2020 से शुरू हुआ है । टीमें 30 अप्रैल 2020 तक पंजीकरण करा सकती हैं।
लोगो को भागीदारी में  प्रोत्साहित करने के लिए,भाग लेने वाली टीमों को अनिवार्य रूप से स्टार्टअप इंडिया में पंजीकृत भारतीय होने की अनिवार्य नहीं है।
हालांकि प्रतिभागियों का ideation स्टेज-1  पर शॉर्टलिस्ट किए जाने के लिए खुद को स्टार्टअप इंडिया में पंजीकृत करना होगा।
उम्मीद की जाएगी कि चयन के समय तक
अंतिम चरण फाइनल स्टेज तक , हस्ताक्षर करने की सुविधा के लिए आवश्यक पंजीकरण पूरा किया जाएगा जिससे सरकार द्वारा उपयोग के लिए अनुबंध हो सके।

सर्कुलर देखने के लिए इस लिंक पर प्रेस करे : https://meity.gov.in/writereaddata/files/Innovation_Challenge_VC.pdf

रजिस्ट्रशन करने के लिए :

नए इनोवेशन चैलेंज पार्टिसिपेशन के लिए :

क्रियाएँ तिथि;

1 इनोवेशन चैलेंज का शुभारंभ : 13-अप्रैल-2020
2 पंजीकरण की अंतिम तिथि : 30-अप्रैल-2020
3 विचारों िडेशन स्टेज -1 के प्रस्तुतिकरण की अंतिम तिथि : 7-मई-2020
4 बिल्डिंग के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए 10 टीमों की घोषणा प्रोटोटाइप :14-मई-2020
5  प्रोटोटाइप स्टेज -2 सबमिशन के लिए अंतिम तिथि : 14-जून-2020
6 शीर्ष 10 टीमों द्वारा  प्रस्तुति : 14/15-जून-2020
7  प्रोटोटाइप स्टेज-2 परिणामों की घोषणा : 24-जून-2020
8 अंतिम समाधान सलूशन बिल्डिंग का प्रस्तुतिकरण : 25-Jul-2020
9  शीर्ष 3 टीमों की प्रस्तुति : 28-जुलाई-2020
9 परिणामों की घोषणा : 29-जुलाई-2020

सरकार के और भी प्रोग्राम / इनोवेशन प्रतियोगिताओ में भाग लेने के लिए :

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